Public Updates ( काजल तिवारी )-:  लोगों के लिए खतरे की घंटी! इस बीमारी का बढ़ने लगा कहर Helpline नंबर जारी अगर आपको भी सर दर्द जोड़ो में दर्द जैसे महसूस हो रहा तो सर्कार द्वारा उपलब्ध हुए हेल्पलाइन नुम पे फ़ोन करे और अपने आस पास सफाई का धयान रखना क्योंकि अगर ये बीमारी आपको भी लग सकती है और इस बीमारी के चपेट में पूरा परिवार आ सकता है

कुछ हफ्तों से लगातार तापमान उतार चढ़ाव का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। विभाग पहली जनवरी से 19 सितम्बर तक कुल 7156 नोटिस जारी कर चुका है। वहीं, 390 शो कॉज नोटिस और 262 का चलान किया गया है। डायरैक्टर हैल्थ सर्विसेस डा. सुमन सिंह के मुताबिक शहर में डेंगू मरीजों की संख्या 100 तक पहुंच गई है।

यह संख्या पिछले महीने के आखिर तक 20 थी। हैल्थ डिपार्टमैंट के मुताबिक फॉगिंग व स्प्रे को लेकर रोजाना हैल्पलाइन पर औसतन कॉल आ रही हैं। हालांकि पिछले महीने हुई लगातार बारिश को देखते हुए विभाग पहले ही अलर्ट मोड पर आ गया था। शहर में जहां पानी भरा है, वहां पर टीम लगातार जाकर चैक कर रही है। लोगों के चालान किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जारी एडवाइजरी में कहा है कि किसी में डेंगू के लक्षण हैं, तो बिना देरी एंटीजन या एंटीबॉडी टैस्ट करवाएं। एंटीजन टैस्ट की जांच रिपोर्ट मात्र 20 मिनट में आ जाती है, जबकि एंटी बॉडी की रिपोर्ट में चार से पांच दिन का समय लगता है। एंटीजन टैस्ट में शुरूआती लक्षण के आधार पर डेंगू का टैस्ट किया जाता है, जबकि एंटी बॉडी टैस्ट डेंगू के लक्षण आने के एक हफ्ते बाद वायरस के टैस्ट के जरिए पता किए जाते हैं। बढ़ते मामलों को देख विभाग समय- समय पर डेंगू एडवायजरी भी जारी कर रहा है।

डेंगू से बचने के उपाय
1. घर और कार्यालय के आसपास साफ-सफाई का खास ख्याल रखें।
2.गमलों, कूलर, टायर आदि में पानी जमा न होने दें।
3. कूलर में पानी न रखें। अगर पानी है, तो कैरोसिन तेल डालकर रखें, इससे मच्छर पनपने की संभावना कम हो जाती है।
विंडो ए.सी. की ट्रे को रोज खाली करना न भूलें।
घर के अंदर सभी जगह में हफ्ते में एक बार मच्छर नाशक दवाई का छिड़काव जरूर करें।
4. इन दिनों फुल स्लीव और पैरों को ढकने वाले कपड़े पहनें। बच्चों को मच्छर से बचाने वाली क्रीम लगाकर ही बाहर भेजें।

घर के अंदर या बाहर और कूलर या अन्य बर्तन आदि में आनी एकत्रित कर न होने दें। ऑडोमोस आदि मेडिसिन का इस्तेमाल करें। सुबह और शाम के समय हो सके तो पूरे शरीर को कपड़ों से ढक कर रखें। पिछले साल डेंगू फेसशहर में कम थे, लेकिन साल 1021 में संख्या बहुत ज्यादा थी। आमतौर पर मानसून के बाद यानी सतम्बर, अक्तूबर और नवम्बर इसका सीजन होता है। वहीं, अक्तूबर पीक सीजन होता है।

किसी व्यक्ति को एक हफ्ते से अधिक बुखार है। हड्डियों और जोड़ों में दर्द रहता है तो डाक्टर के साथ सम्पर्क करें। लक्ष्ण आने पर फौरन टैस्ट करवाएं। नाक और दांतों के जबड़ों से खून आ रहा है, तो व्यक्ति को डेंगू हो सकता है। उल्टी में खून, तेज सांस लेना और ब्लड प्लेटलेट्स कम होना डेंगू का कारण हो सकता है। बिना डॉक्टर की सलाह दवा न लें। डेंगू होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी और लिक्विइस लें।

 

 

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