जालंधर में वस्सल टावर फ्राड ट्रैवल एजैंटों के लिए बदनाम होता जा रहा है। पिछले दो महीने में वस्सल टावर में दो बार पुलिस ने कार्ऱवाई कर ट्रैवल एजैंट को काबू किया गया। अब वस्सल टावर में फिर से नए सिरे से ट्रैवल एजैंट का कारोबार शुरू हो गया है।

जानकारी के मुताबिक वस्सल टावर की तीसरी मंजिल पर स्मार्ट वीजा एडवाइजर के पास महज ट्रेवल एजैंसी का लाइसेंस है, लेकिन ये स्टडी वीजा के नाम से छात्रों से मोटा पैसा ले रहे हैं। एडीसी ऑफिस के मुताबिक स्मार्ट वीजा एडवाइजर के पास सिर्फ ट्रेवल एजैंसी का लाइसेंस है, जिसमें वह केवल टूरिस्ट वीजा लगवा सकते है।

बावजूद स्मार्ट वीजा एडवाइजर स्टडी वीजा, टूरिस्ट वीजा, स्पाउस वीजा का काम कर रहे है। जबकि ये स्टडी वीजा और स्पाउस वीजा का काम नहीं कर सकते है। इस संबंध में स्मार्ट वीजा एडवाइजर की जसविंदर कौर ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनके पास टूरिस्ट वीजा का लाइसेंस है। बाकी कामों के लाइसेंस के लिए डीसी दफ्तर में अप्लाई किया है।

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