Public Updates ( काजल तिवारी ) -: नगर निगम जालंधर के अधिकारियो ने अगर विजन से काम लिया और कही से राजनीति दबाव न पड़ा तो आने वाले समय में जालंधर के कूड़े की समस्या का कुछ हद तक संभव होने जा रहा है | जालंधर नगर निगम ने शहर का पहला कूड़े से खाद बनाने वाला कारखाना 66 फुट रोड पर स्थित फोल्ड़ीवाल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाट में लगाने का प्लान लगभग फाइनल कर लिया है |
जिसे चंडीगढ़ से उच्च अधिकारियो की मंजूरी तक मिल चुकी है और इस प्लांट हेतु निगम के खजाने में 8 करोड़ 40 लाख रुपए की राशि भी जमा हो चुकी है | कुछ हद तक मशीनरी की खरीद भी हुई है और जल्द ही फोल्ड़ीवाल प्लांट के अंदर इस कारखाने हेतु शैंड बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा |
इस कारखाने में आसपास के दूर-दूर के क्षेत्र के करीब एक लाख घरों का कूड़ा लाया जाएगा और उसे ड्रम कंपोस्टिंग प्रक्रिया से प्रोसेस करके उससे खाद इत्यादि बनाई जाएगी। कूड़े में से जो वेस्ट प्लास्टिक निकलेगा, उससे टाइलें बनाने की प्लानिंग है। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि 66 फुट रोड पर लगने जा रहा यह कारखाना पायलट प्रोजैक्ट होगा और इसके बाद शहर में कुछ अन्य स्थानों पर भी ऐसे कारखाने लगाए जाएंगे।
निगम अधिकारियों के मुताबिक यह प्लांट नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा दी गई हिदायतों के तहत लगाया जा रहा है। निगम अधिकारियों के मुताबिक एन.जी.टी ने प्रदूषण विभाग को निर्देश दिए थे कि एनवायरमैंट कंपनसैशन फंड के रूप में जालंधर निगम को 12 करोड़ रुपए की राशि दी जाए।
अधिकारियों ने बताया कि इसमें से 70 प्रतिशत राशि यानि की 8 करोड़ 40 लाख रुपए पहले ही निगम को दिए जा चुके हैं जिस से फोल्ड़ीवाल प्लांट के अंदर पहला कारखाना जल्द ही लगने जा रहा है। 66 फुट रोड पर स्थित फोल्ड़ीवाल सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट, जहां कूड़े से खाद बनाने वाला शहर का पहला कारखाना लगाया जा रहा है।