मुंबई/नई दिल्ली (Public Updates TV): भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) छोटे कर्ज की वसूली आसान बनाने के लिए नई व्यवस्था पर काम कर रहा है। इस सिस्टम के तहत अगर कोई ग्राहक EMI समय पर नहीं चुकाएगा तो मोबाइल, टीवी, लैपटॉप या वॉशिंग मशीन जैसे प्रोडक्ट को कंपनी दूर से ही लॉक कर देगी। मतलब, जब तक किस्त पूरी नहीं होगी, तब तक प्रोडक्ट इस्तेमाल के लायक नहीं रहेगा।
अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में यह व्यवस्था पहले से लागू है। वहां EMI डिफॉल्ट होने पर कार स्टार्ट तक नहीं होती। अब भारत में भी स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी और लैपटॉप जैसे डिजिटल प्रोडक्ट्स पर यह व्यवस्था लागू करने की तैयारी है।
फायदा: EMI डिफॉल्ट कम होंगे और कमजोर क्रेडिट वाले ग्राहकों को भी आसानी से कर्ज मिल सकेगा।
नुकसान: जरूरत की सेवाएं (जैसे फोन या वाहन) बंद होने से रोजगार, पढ़ाई और इलाज जैसी बुनियादी जरूरतों पर असर पड़ सकता है।
देश में हर तीन में से एक उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक सामान EMI पर खरीदता है। ऐसे में नया सिस्टम लागू होने पर लोन रिकवरी तो आसान होगी, लेकिन उपभोक्ता अधिकार और डेटा सुरक्षा जैसे मुद्दे सबसे बड़ी चुनौती रहेंगे।