जालंधर (Public Updates TV): किसान आंदोलन से जुड़े मानहानि मामले में बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत को बठिंडा कोर्ट में पेश होना पड़ा। पेशी के दौरान कंगना ने ‘माफ़ी’ मांगी, लेकिन शिकायतकर्ता बेबे महिंदर कौर ने इसे सिरे से ठुकरा दिया।
महिंदर कौर ने कहा, “माफ़ी का टाइम चार साल पहलां सी, हुण ता केस लड़ा गी।” उन्होंने कहा कि अगर कंगना को सच में पछतावा होता, तो उस समय माफ़ी मांग लेती जब उन्होंने किसान आंदोलन में उन्हें अपमानित किया था। “अब ता अदालत ने फटकार लगाई, तद बठिंडा आई है। पहले ता दिल्ली तो वीडियो कॉल नाल पेश होणा चाहूंदी सी, पर अदालत ने याचिका खारिज कर दित्ती।”

महिंदर कौर ने कंगना पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने एक बुजुर्ग महिला की छवि खराब कर दी। “कंगना खुद ता मौज नाल बैठी रही, सानूं बसां दे धक्के खाणे पए। ओ सरकार दी बड़ाई करदी रही, सानूं बदनाम करदी रही।”
उन्होंने आगे कहा, “पहले फिल्मां करदी सी, फिर सांसद बन के सोच लिया कि ओ बहुत वड्डी हो गई। पर कानून सब लिए बराबर है—चाहे अमीर हो जा गरीब। अदालत ने दिखा दित्ता कि कानून सब तो वड्डा है।”
अगली सुनवाई 24 नवंबर को
अब इस मामले की अगली सुनवाई 24 नवंबर को होगी। कंगना के वकील ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए हर पेशी से छूट की अर्जी दी है। कोर्ट ने इस पर शिकायतकर्ता पक्ष से जवाब मांगा है। वहीं महिंदर कौर के वकील ने कहा, “कानून की नज़र में मुलजिम मुलजिम ही है, चाहे सांसद क्यों न हो। हर पेशी पर पेश होना जरूरी है।”

