जालंधर (Public Updates TV): नगर निगम की लापरवाह कार्यशैली ने एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर दिया। प्रेम नगर गली नंबर-5 में 40 साल पुराने मकान को निगम ने बुधवार रात साढ़े दस बजे सील कर दिया, लेकिन गंभीर बात यह रही कि सीलिंग के दौरान मकान मालिक मान सिंह ठाकुर और उनके एक रिश्तेदार को अंदर ही बंद कर दिया गया। बिना यह सुनिश्चित किए कि इमारत में कोई मौजूद है या नहीं, निगम की बिल्डिंग ब्रांच ने रात के सन्नाटे में दरवाजे और दुकानों पर सील ठोक दी।
घटना के बाद अंदर फंसे बुजुर्ग मालिक ने किसी तरह बेटे राकेश को फोन किया। नजदीक ही रहने वाला बेटा दौड़ा-दौड़ा मौके पर पहुंचा और शुक्रवार को मेयर वनीत धीर और जॉइंट कमिश्नर डॉ. सुमनदीप कौर से मिलकर अपील की।
अफसरों ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही सील हटाकर अंदर बंद लोगों को बाहर निकाला जाएगा। यह मामला न सिर्फ नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि अमानवीयता की हदें कब और कैसेपार हो सकती हैं। 40 साल पुराने आशियाने को एक झटके में सील कर देना और उसमें इंसानों को कैद कर देना किसी भी सूरत में उचित नहीं कहा जा सकता।
परिवार वाले गेट के नीचे से दे रहे खाना
मालिक मान सिंह ठाकुर ने कहा कि आम तौर पर निगम जब कोई मकान सील करता है, तो उससे सामान निकालने को समय देता है। लेकिन यहां ऐसा नहीं किया गया। निगम दो दिन से सील खोलने के लिए दौड़ा रहा है। इस दौरान गेट के नीचे से पानी और खाना ले रहे हैं। हमारी दुकानों का नक्शा पास है। प्रेम नगर की इंडस्ट्री वालों की शिकायत पर निगम ने सीलिंग की है।
प्रेम नगर के लोग मिलने आए थे। हमने एमटीपी से लोगों को बाहर निकालने को बोल दिया था। अवैध मकानों पर निगम की कार्रवाई जारी रहेगी। -डॉ. सुमनदीप कौर, जॉइंट कमिश्नर, नगर निगम