
Punjab : सरकारी स्कूल की अध्यापिकाओं ने बच्चों को मार मार कर बुरा हाल कर दिया होमवर्क न पूरा करने पर 8 और 10 साल के बच्चों को न केवल थप्पड़ मारे गए बल्कि डंडों से भी पीटा जब की मार खाने से एक बच्ची की हालत ख़राब हो गई जिसे सिविल हस्पताल में दाखिल करवाया गया जबकि बाकी बच्चे स्कूल जाने से भी डर रहे है
सूत्रों के अनुसार शहर के नजदीकी गांव लसाड़ा के सरकारी प्राइमरी स्कूल के बच्चे रोजाना डरते और रोते हुए स्कूल जाते थे असल बात का माता पिता को पता नहीं था पिछले एक सप्ताह से तब पता चला जब बच्चे दुखी और रोते हुए घर आए स्कूल में तीसरी कक्षा के शात्र 10 साल के बच्चे ने बताया कि न केवल बच्चों को मैडमें गुस्सा होने पर थप्पड़ मारती है बल्कि अक्सर ही उन्हेँ डंडे से भी मारा जाता है बच्चे के माता रीटा और पिता रोहित कुमार ने बताया उनके घर तीन बेटियाँ है 2 बेटियाँ स्कूल जाती है और छोटी बेटी को वह मजदूरी करते वक्त अपनी गोद में साथ लेकर चली जाती है
जब वह घर पर लौटी तो उनकी बड़ी बेटी बेसुध पड़ी थी ध्यान से देखने पर बेटी की आँख और गाल पर डंडों से मारने के निशान थे उनकी बेटी ने बताया कि मैडम ने उसे होमवर्क न करने पर बुरी तरह मारा उन्होंने बिना किसे देरी किये अपनी बेटी को इलाज के लिए सिविल हस्पताल में दाखिल करवाया डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे के गाल पर उंगलियों के निशान है और उसके आँख के ऊपर डंडे से मारने के भी निशान है पीड़ित बच्चों के माता पिता ने सरकार से फरियाद की कि ऐसे अध्यपिकाएँ के खिलाफ कड़ी से कड़ी करवाई की जाए और उनको सजा दी जाए अध्यापिकाओं का फ़र्ज़ है बच्चों को अच्छे से समझाना न के उनको बुरी तरह मारना
सबसे हैरान करने वाली बात तब हुई जब उसी हस्पताल में मौजूद अजय वासी लसाड़ा ने बताया कि उसकी बेटी वही उसी स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ती है जिसे मैडम पूजा ने बुरी तरह से पीटा कि अब वो 2 दिन से स्कूल नहीं जा रही जहां वह दिहाड़ी करते है वही बैठ के पढ़ती रहती है इस मुद्दे पे जब बात हुई तो मैडम राजिंदर कौर जो अपरा प्राइमरी स्कूल में पिछले 14 वर्षों से एजुकेशन प्रोवाइडर के पद पर तैनात है उनका कहना है कि उनके इलावा स्कूल के प्रिंसिपल गुरप्रीत सर भी है कुछ देहात में रहने वाले बच्चे अक्सर घर से स्कूल में मिलने वाला होमवर्क करके नहीं आते इसके करे कारण कभी कभी मैडम बच्चों को 2-4 थप्पड़ जड़ देती है अगर किसी मैडम ने थप्पड़ की जगह किसी डंडे का इस्तेमाल किया है तो उनके ध्यान में नहीं है इसके बारे में प्रिंसिपल गुरप्रीत सिंह ही बता सकते है उनका यह भी ब्यान है कि देहात के बच्चे एक दो थप्पड़ खाए बिना न तो, उनकी न ही माता-पिता की बात समझते है