पब्लिक अपडेट [ काजल तिवारी ] –: उत्तराखंड से बड़ी ख़बर भारी बारिश और लैंडस्लाइड से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है वहीं पर्यटकों के लिए भी यहां छुट्टियां एंज्वाॅय करना मौत से खेलने से कम नहीं है। हाल ही में एक डरावनी वीडियो सामनी आई जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक, झरने के नीचे नहाने आए लोगों के साथ उस समय एक बड़ा हादसा हो गया जब झरने के ऊपर से एक भारी मलबा लोगों पर आ गिरा। जिसके बाद वहां चीख-पुकार मच गई।
वहीं इस वीडियो को जारी कर उत्तराखंड चमोली पुलिस ने अपील करते हुए लिखा ‘बारिश के मौसम के दौरान पहाड़ो में झरनों के नीचे नहाने से बचें.’ वीडियो को देख बड़ी संख्या में लोगों के रौंगटे रह गए हैं. बता दें कि हाल ही में लगातार बारिश के चलते चमोली जिले में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया था।
बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड के चमोली जिले में पुरसाड़ी गांव के पास ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के लगभग 50 मीटर लंबे हिस्से पर दरार पड़ने के बाद जमीन धंसने के संकेत नजर आ रहे हैं। चमोली और नंदप्रयाग के बीच, राजमार्ग का यह हिस्सा अलकनंदा नदी की ओर धंस रहा है। अधिकारियों ने पहाड़ों की ओर से आने वाले वाहनों को धीमी गति से चलाने का चालकों को निर्देश दिया है। चालकों को सतर्क करने के लिए प्रभावित स्थान पर एक पुलिस दल को तैनात किया गया है। यातायात निरीक्षक प्रवीण आलोक ने बताया कि वाहनों की सुरक्षा के लिए भूमि-धंसाव वाले संवेदनशील स्थान पर चमकदार पट्टियां लगाई गई हैं और चालकों को सावधानी से वाहन चलाने के लिए कहा जा रहा है। वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा के बाद से पुरसाड़ी के पास जमीन धंसने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके परिणामस्वरूप, सरकार ने इस क्षेत्र की बड़ी कंपनियों और विशेषज्ञों को शामिल कर एक सड़क को स्थिर रखने की परियोजना शुरू की और करोड़ों रुपये की लागत से अलकनंदा नदी के किनारे कंक्रीट ब्लॉकों का निर्माण किया गया। इसके बाद जमीन का धंसना रूक गया था।