पटियाला (Public Updates TV): राज्य में 27314 आंगनवाड़ी केंद्रों में अब माता पिता के मोबाइल से ओटीपी का मैसेज न आने तक बच्चे को आहार नहीं मिलेगा। सरकार का दावा है, चेहरे की पहचान प्रणाली (एफआरएस) व ओटीपी सिस्टम के जरिये इस सख्ती से न फर्जी एंट्री होगी, न फर्जी आहार दिया जा सकेगा।
गर्भवती महिलाओं को भी सूखा राशन देने के लिए भी ओटीपी प्रक्रिया लागू होगी। इधर इस सख्ती का विरोध भी शुरू हो गया है। कई परिजनों का एतराज है कि कई घरों में मोबाइल नहीं है। कई परिजन
मजदूरी करने भी जाते हैं। लेकिन सरकार का तर्क है कि हर योजना की ई-केवाईसी जरूरी है। आंगनवाड़ी केंद्रों में 6 महीनों से लेकर 6 साल तक के बच्चों व गर्भवती महिलाओं को आहार में खिचड़ी, नमकीन मुरमरा, दलिया, पंजीरी आदि दी जाती है।
ऐप कैसे होगा इंस्टॉल
पोषण ट्रैकर ऐप हर आंगनवाड़ी केंद्रों में इंस्टॉल होगी। आंगनवाड़ी वर्कर इस ऐप में केंद्र के हर छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली माताओं का नाम एड करेंगी।
अतिरिक्त डिप्टी डायरेक्टर आंगनवाड़ी पंजाब कुलविंदर सिंह ने कहा कि आहार योजना में ई-केवाईसी के लिए एफआरएस व ओटीपी सिस्टम लागू किया है। पहले मुश्किलें भी आएंगी, लेकिन बाद में नॉर्मल हो जाएगा।