पब्लिक अपडेट [ काजल तिवारी ] -: मिजोरम के हनथियाल जिले में सोमवार को एक पत्थर खदान ढह गई थी. खनन के दौरान कई बड़े-बड़े पत्थर ऊपर से टूटकर उन पर गिर पड़े थे, जिसके मलबे के ढेर में 12 मजदूर दब गए थे. हादसे की सूचना मिलने पर मंगलवार सुबह असम राइफल्स और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) स्थानीय पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. देर रात तक टीम ने खदान में दबे 11 मजदूरों के शव बरामद कर लिए हैं. हालांकि एक मजदूर अब भी लापता है. बचाव अभियान अभी भी जारी है.
जानकारी के मुताबिक 11 में से 4 मजदूर पश्चिम बंगाल के नदिया और उत्तर 24 परगना के रहने वाले थे. एक मजदूर के मुताबिक, पत्थर गिरने के करीब चार घंटे बाद बचाव कार्य शुरू हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के शिकार ज्यादातर मजदूर बिहार और पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे. मलबे के नीचे पांच एक्सकेवेटर, एक स्टोन क्रशर और एक ड्रिलिंग मशीन मलबे में दबे हुए हैं. एनआईए के मुताबिक हनथियाल के अतिरिक्त उपायुक्त सैजिकपुई ने मंगलवार रात बताया कि खोज और बचाव दल ने मिजोरम के हनथियाल जिले के मौदरह गांव में पत्थर की खदान के मलबे से तीन और शव बरामद किए हैं. अब तक कुल 11 शव बरामद किए जा चुके
हैं.
जानकारी के मुताबिक खदान में लगे मजूदर दोपहर करीब तीन बजे खाना खाकर काम पर लौटे ही थे कि पत्थर की खदान धंस गई. जब यह हादसा हुआ तब खदान में कई मजदूर काम कर रहे थे. पत्थर गिरने से कई मजदूर और मशीनें खदान के नीचे दब गए. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पहाड़ी को काफी गहराई तक तोड़ दिया था, जिससे वह ढह गई. पहले तो एक-दो पत्थर गिरे, फिर बाद में अचानक से पूरी पड़ाही की गिर गई. कुछ मजदूर वहां से भाग निकले, लेकिन कुछ वहीं दब गए. मौदढ़ गांव में करीब ढाई साल से खदान हो रहा है. जानकारी के मुताबिक एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड खनन का काम कर रही है.