जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में बहुकरोड़ी घोटाले में बड़ा धमाका होने जा रहा है। गुरबंता सिंह एंक्लेव से लेकर बीबी भानी कांप्लैक्स औऱ सूर्या एंक्लेव एक्सटेंशन में प्लाटों औऱ फ्लैटों के आवंटन में की गई करोड़ों रुपए की धांधली की परतें खुलने लगी है। धांधली ऐसी की गई है कि जिसे पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के क्लर्क से लेकर ईओ और चेयरमैन तक ने बहती गंगा में डुबकी लगाई है।
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन जगतार सिंह संघेड़ा की प्रेस कांफ्रेंस के बाद हमारी टीम ने पड़ताल की तो हैरानी जनकर तथ्य सामने निकल कर आए हैं। एलडीपी कोटे से लेकर रिजर्व किए गए प्लाटों से एक पूरे गैंग ने करोड़ों रुपए छाप डाला। हम भी वहीं से शुरूआत करेंगे, जहां से ट्रस्ट के चेयरमैन जगतार सिंह संघेड़ा ने इस करप्शन की जड़ खोदने की शुरूआत की है।
मास्टर गुरबंता सिंह एंक्लेव को फेल करने वाले अफसर और पालीटिकल लोग आज अरबपति बन गए हैं। लेकिन जिन लोगों ने अपने खून पसीने की कमाई गुरबंता सिंह एंक्लेव में लगाया, वे आज भी इंप्रूवमेंट ट्रस्ट दफ्तर और कोर्ट के धक्के खा रहे हैं। ट्रस्ट के कुछ अफसरों ने एक सुनियोजित तरीके से 45 फुट की रोड को 11 फुट किया। इसमें एक बड़े कालोनाइजर को सीधा करोड़ों रुपए का फायदा हुआ।
उक्त कालोनाइजर की कालोनियां में प्लाट और घर धड़ाधड़ बिक गए, लेकिन ट्रस्ट के फ्लैट खंडहर हो गए। इसकी फाइल खुल चुकी है। जांच हो चुकी है,
तय की जा चुकी है, अब एक्शन लेने की तैयारी है। इसके अलावा आगे बीबी भानी कांप्लैक्स, सूर्या एंक्लेव एक्सटेंशन में किस तरह से अरबों रुपए की धांधली ट्रस्ट के बाबुओं के साथ मिलकर अफसरों और पालीटिकल लोग ने किया, हम खुलासा करेंगे।
हम हर उस चेहरे को बेनकाब करेंगे, जिसने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को कंगाल बना दिया है। हम उन तिकड़मबाज बाबुओं की करप्शन भी कहानी भी बताएंगे, जो सैलरी तो सरकार से लेते थे, लेकिन सारा काम शहर के एलडीपी के एक बड़े दलाल के लिए काम करते थे। यह बड़ा दलाल कभी विजीलैंस के शिकंजे में आया और जेल भी गया। इस बड़े दलाल के साथ मिलकर पालीटिकल लोग कैसे सरकार को चूना लगाते रहे, इसका भी तथ्यों के साथ खुसासा किया जाएगा।