ड्राइवर ने दिखाई त्वरित सूझबूझ, इमरजेंसी ब्रेक से बचीं कई जानें, रेलवे प्रशासन की लापरवाही उजागर
जालंधर/फिरोजपुर (Public Updates TV): पंजाब के जालंधर जिले के नकोदर के लोहियां रेलवे फाटक पर मंगलवार को एक बड़ा रेल हादसा उस समय टल गया, जब ट्रेन आने के बावजूद फाटक पूरी तरह खुला हुआ था। इस दौरान ट्रेन के ड्राइवर ने समय रहते आपातकालीन ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोका, जिससे ट्रैक पर फंसे लोग और वाहन बाल-बाल बच गए।
घटना के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। लेकिन ड्राइवर और गार्ड की सूझबूझ ने संभावित जनहानि को टाल दिया।
गेटमैन गहरी नींद में मिला, फाटक बंद करने ड्राइवर और गार्ड उतरे ट्रैक पर
जब ट्रेन को रोका गया और हालात की जांच की गई, तो पता चला कि गेटमैन केबिन में सो रहा था। ड्राइवर और गार्ड ने उसे जगाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं उठा। मजबूर होकर दोनों रेलकर्मी खुद फाटक बंद करने उतरे।
इस बीच कई दोपहिया वाहन रेलवे ट्रैक पर फंसे हुए थे, जिन्हें जल्दबाजी में हटाया गया।
पहले भी नशे में पकड़ा गया था यही गेटमैन, फिर भी की गई तैनाती
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह गेटमैन पहले भी ड्यूटी के दौरान नशे में धुत पाया गया था। 26 मई 2023 को उसने फाटक घंटों तक बंद रखा, जिससे लोगों को कड़ी धूप में भारी परेशानी हुई थी। उस समय उसे फिरोजपुर स्थानांतरित कर दिया गया था।
हैरानी की बात यह है कि बावजूद इसके उसे फिर से उसी फाटक पर दोबारा तैनात कर दिया गया, जो अब एक और बड़ी लापरवाही की वजह बन गई।
रेलवे प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल, लोग बोले – कब जागेगा सिस्टम?
इस खतरनाक चूक के बाद भी रेलवे प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। ना तो गेटमैन के निलंबन की सूचना है और ना ही भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए किसी ठोस कदम की घोषणा हुई है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि रेलवे प्रशासन ने अगर पहले ही गेटमैन पर कड़ी कार्रवाई की होती, तो यह स्थिति शायद पैदा ही नहीं होती। यह घटना एक बार फिर रेलवे सुरक्षा व्यवस्था की खामियों और लापरवाह प्रणाली को उजागर करती है।