पब्लिक अपडेट [ काजल तिवारी ]-: लुधियाना से बड़ी ख़बर सरकारी सी.सै. स्कूल बदोवाल के लेडीज़ स्टाफ रूम की छत गिरने से हुआ भयानक हादसा और भी भयंकर हो सकता था क्योंकि जिस स्टाफ रूम की छत गिरी, उसके बिल्कुल साथ ही एक कलास में 9वीं-बी कक्षा के करीब 40 विधार्थी 7वां पीरीयड लगा रहे थे। करीब 12.50 बजे ज्यों ही स्टाफ रूम में जोरदार धमाका हुआ तो बच्चे व अध्यापक निकलकर स्टाफ रूम की ओर भागे लेकिन वहां लैंटर गिरने से दबी 4 अध्यापिकाओं की चीख पुकार सुनकर शोर मचाया। इसी बीच स्कूल के अन्य अध्यापकों ने सावधानी बरतते हुए उक्त इमारत की कक्षाओं में मौजूद विधार्थियों को तेजी से बाहर निकलने के निर्देश दिए तो कक्षाओं में मौजूद छात्र अपने बैग व किताबें वहीं छोड़कर क्लासरूम से बाहर ग्राऊंड में आ खड़े हुए।
उधर स्कूल स्टाफ ने मलबे में दबे अध्यापकों की जान बचाने के प्रयास शुरू किए तो किसी ने स्कूल के समीप बने आई.टी.बी.पी. कार्यालय से संपर्क किया तो जवान तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंचे और सबसे पहले 2 अध्यापकों जिनमें इंदू व सुखजीत कौर को सुरिक्षत बाहर निकाला जिन्हें स्कूल स्टाफ ने कुछ ही दूरी पर बने निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन अन्य दोनों अध्यापिकाओं जिनमें रविंदर व नरिंद्र को बाहर निकालने में कड़ी मशक्त करनी पड़ी जिसे करीब डेढ़ घंटे का समय लग गया। बताया जा रहा है कि गिरे लैंटर की स्लैब इतनी भारी थी कि उसे कई जगह से काटकर अध्यापिकाओं को सावधानी से निकालने की पूरी कारवाई को अंजाम दिया गया। बताया जा रहा है कि उक्त अध्यापिकाएं 12.40 बजे अपना 6वां पीरियड लगाने के बाद फ्री 7वें पीरियड में जाकर स्टाफ रूम में बैठ गई थीं।
तीनों अध्यापिकाओं ने जून में ही करवाया था तबादला
जून महीने में ही सरकारी सी.सै. स्कूल बदोवाल में अपना तबादला करवाकर आईं अध्यापिकाओं रविंद्र कौर, नरिंद्रजीत कौर, इंदू मदान को क्या पता था कि जिस स्कूल में वे ज्वाइनिंग कर चुकी हैं, में उनके साथ इतना भयानक हादसा होगा जिसे उनका परिवार तो क्या पूरा शिक्षा विभाग भी कभी भूल नहीं पाएगा। इनमें एस.एस.टी. अध्यापिका रविंद्र कौर की तो मौत हो गई जबकि अन्य 3 को उपचार के लिए अस्पताल दाखिल करवाया गया है। बद्दोवाल स्कूल के अध्यापकों ने बताया कि तीनों अध्यापिकाएं बहुत ही मिलनसार रहीं और बच्चों को स्टडी में भी कोई कमी नहीं आने दी लेकिन इस हादसे ने उनको पूरी तरह से हिलाकर रख दिया है।
डी.ई.ओ. डिंपल मदान ने हादसे की जांच के लिए पूर्व डिप्टी डी.ई.ओ. व सरकारी स्कूल बीजा के प्रिंसीपल डा. चरणजीत सिंह, सरकारी स्कूल बसिस्यां के प्रिंसीपल गुरदीप सिंह, सरकारी स्कूल हस्नपुर की प्रिं. मंदीप कौर, सरकारी स्कूल बुटाहरी की प्रिं.कर्मजीत कौर पर आधारित 4 मैंबरी कमेटी बनाई है जो अपनी रिपोर्ट 24 अगस्त को विभाग को देंगे।
स्कूल को करीब 3 वर्ष में मिल चुकी है सवा करोड़ की ग्रांट
विभागीय सूत्रों की मानें तो बद्दोवाल के इस सरकारी स्कूल को पिछले 3 वर्ष में विभिन्न कंपोनैंट के तहत स्कूल के विकास कार्य के लिए सवा करोड़ रुपए की ग्रांट जा चुकी है। बताया जा रहा है कि इसमें से करीब 1 करोड़ रुपए सिविल वर्क के लिए ही समय समय पर जारी हुए हैं जिनमें स्कूल की कक्षाएं व वाशरूम भी शामिल हैं।