जालंधर (Public Updates TV): फर्जी बिलों के जरिए सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। जालंधर की चार फर्मों — बीएमएस इंटरप्राइजेज, जेएस इंटरप्राइजेज, शिव शक्ति ट्रेडिंग और कुमार ट्रेडर्स — पर आरोप है कि इन्होंने बिना कोई असली लेन-देन किए 90 करोड़ रुपए का फर्जी कारोबार दिखाया और 14 करोड़ रुपए का जीएसटी रिफंड ले लिया।
जानकारी के अनुसार, इन फर्मों ने गैर-व्यापारिक लोगों के दस्तावेजों पर फर्जी कंपनियां बनाकर कबाड़ कारोबार का दिखावा किया। कबाड़ पर 18% जीएसटी और तैयार माल पर कम टैक्स होने के कारण, इस अंतर का फायदा उठाकर रिफंड हड़प लिया गया।
अब जीएसटी विभाग ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हो चुकी है और बाकी फर्मों की जांच चल रही है। विभाग ने संकेत दिए हैं कि दोषी पाए जाने वालों के रिफंड रोके जाएंगे और पैनल्टी लगाई जाएगी।
एसटीओ हर्षदीप सिंह ने कहा, “फर्जी बिलिंग से सरकार को भारी नुकसान पहुंचा है। जांच में जो भी शामिल मिलेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”