Public Updates ( काजल तिवारी ) -:   दिल दहला देने वाली खबर वाराणसी से जहा पर 2 बेटियों ने अपनी ही माँ के शव को एक साल तक कमरे में बंद रखा और दोनों माँ के साथ ही रहती और बदबू आने पर अगरबत्ती जला देती थी पुरे घर में ताकि किसी को पता नाह चले |

जानकारी के अनुसार आपको बता दे की बड़ी बेटी पोस्ट ग्रेजुएट है और दूसरी 10th पास अचानक माँ उषा की तबियत ख़राब हो गई और उनकी मौत हो गई जिसके बाद दोनों बेटियों ने मिल के माँ के शव को रूम में छुपा दिया अंतिम संस्कार नहीं किया और न ही किसी को इसके बारे में जानकारी दी |

बताया जा रहा मृतक उषा की उम्र 52 साल की थी और जहा पर उनका घर था आस पास बहुत ही कम लोग और दूर- दूर घर थे | जिसकी वजह से बदबू आस पास के लोगो तक नहीं पहुंच सकी | 1 साल से पड़ा हुआ सब कंकाल में परिवर्तित हो गया था | दोनों बेटिया माँ के शव के पास ही खाना पीना कहती थी रहती थी |

पिछले कई दोनों से दोनों लड़किया बाहर नहीं निकल रही थी तो पड़ोसियों ने इसकी जानकारी रिश्तेदारों को दी | रिश्तेदार जब वहा पहुंच बेटियों को शव के पास बैठे देखा तो सब हैरान रह गए और जल्द ही पुलिस को सूचना दी | मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्ट के लिए भेज रहे थे दोनों बेटियो ने पकड़ कर बोला हम अपनी माँ को कही नहीं जाने देंगे | जिसके बाद कैसे भी करके शव को अस्पताल पोस्टमार्ट के लिए पुलिस ने भेज दिया |

पुलिस द्वारा दोनों बेटियों से पूछताछ की की आखिर अपनी ही माँ के शव को क्यों रखा था ? बेटियों ने बताया की वह बीमार रहती थी जिसकी 8 दिसंबर 2022 को माँ की मृत्यु हो गई और हम दोनों ने मिल के माँ के शव को संस्कार नहीं करते हुए कंबल में लपेट कर रख दिया , और बदबू बाहर तक नहीं जाए इसके लिए पुरे घर में अगरबत्ती जलाई जाती थी | और अगर कोई रिश्तेदार आता तो उसको बोल देती थी की माँ बीमार है और वो किसी से भी नहीं मिलना चाहती है | |

आपको बता दे की बड़ी बेटी का नाम पालवी त्रिपाठी है और पोस्ट ग्रेजुएट है और दूसरी बेटी का नाम वैश्विक त्रिपाठी 10 पास (17 वर्षीय) दोनों के बाहर नहीं निकलने पर पड़ोसियों ने उषा त्रिपाठी के मिर्जापुर में रहने वाले बहनोई धर्मेंद्र चतुर्वेदी को सूचना दी जिसके बाद वह वाराणसी आ कर गेट खुलवाया और बेटियों को शव के देख दंग रेग गए और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी |

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