जालंधर (Public Updates TV): पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सख्त मुहिम को जारी रखते हुए एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। जालंधर सीआईए स्टाफ में तैनात पुलिस सब-इंस्पेक्टर सुखराज सिंह को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के अनुसार, यह कार्रवाई अजनाला तहसील के गांव सैदपुर कलां निवासी एक रेडीमेड कपड़े की दुकान चलाने वाले व्यक्ति की शिकायत पर की गई। शिकायतकर्ता के अनुसार, उसका दामाद 18 मई 2025 को जालंधर से तिरपालें खरीदने आया था, तभी उसे पुलिस ने 403 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया था। मामला थाना डिवीजन नंबर 1 में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 के तहत दर्ज है।
शिकायत के मुताबिक, पूछताछ के दौरान सब-इंस्पेक्टर ने दावा किया कि उसके पास शिकायतकर्ता के दामाद की गाड़ी और दो मोबाइल फोन हैं, जिन्हें केस प्रॉपर्टी में दर्ज नहीं किया गया। इन सामानों को वापस करने के एवज में उसने 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी, लेकिन बातचीत के बाद वह 30,000 रुपये पर मान गया।
शिकायतकर्ता ने यह बातचीत रिकॉर्ड की और विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दी। प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस की टीम ने योजना के तहत जाल बिछाया और दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में सुखराज सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
इस मामले में आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत विजिलेंस ब्यूरो थाना, जालंधर रेंज में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की जांच जारी है।
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस अधिकारियों के खिलाफ राज्य सरकार के कड़े रुख को दर्शाती है।