जालंधर (Public Updates TV): भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे आप विधायक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा शुक्रवार को विजिलेंस के समक्ष पेश हुए। करीब 5 घंटे की लंबी पूछताछ के दौरान राजन ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने माना कि उनके पिता को नगर निगम से अच्छी-खासी कमाई होती थी और वे खुद निगम के कार्यों में सीधे दखल देते थे।
राजन ने माना: निगम से जुड़ा कामकाज मैं देखता था
राजन ने पूछताछ में बताया कि वे नगर निगम से जुड़े मामलों में सक्रिय थे। बिल्डिंग नोटिस से लेकर अन्य कामकाज तक, वह सोशल मीडिया के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को निर्देश भेजते थे।
उन्होंने यह भी कहा कि विधायक बनने के बाद पिता रमन अरोड़ा ने सबसे पहले नगर निगम पर फोकस किया, क्योंकि वहीं से “अच्छी कमाई” होती थी। डीसीपी और सीपी स्तर के अधिकारी भी उनके पिता को कॉल करते थे।
भागे थे आरोपी बनने के बाद, अब कहा- दस्तावेज लेकर फिर पेश होऊंगा
राजन ने बताया कि जैसे ही उन्हें पता चला कि विजिलेंस ने उन्हें भी आरोपी बनाया है, वह डर के मारे भाग गए थे और फोन भी बंद कर दिया था।
हाईकोर्ट से 10 दिन पहले मिली एंटीसिपेट्री बेल के बाद उन्होंने शुक्रवार को विजिलेंस दफ्तर में पेश होकर सहयोग करने का भरोसा दिया। विजिलेंस ने उनसे बैंक डिटेल्स, पासपोर्ट, बिजनेस व प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं, जिन्हें वह अगले हफ्ते जमा कराएंगे।
फॉरेंसिक जांच में राजन के तार ‘काली भेड़ों’ से जुड़े मिले
विजिलेंस ने मामले की तह तक जाने के लिए नगर निगम में काम करने वाली संदिग्ध टीम और उनके साथ राजन के संपर्कों की कॉल डिटेल खंगालनी शुरू कर दी है।
विधायक रमन अरोड़ा, राजू मदान, एटीपी सुखदेव, हरप्रीत कौर और महेश मखीजा की कॉल डिटेल को फॉरेंसिक तरीके से जांचा जा रहा है।
28 जुलाई: राजू मदान की बेल पर सुनवाई
विधायक रमन अरोड़ा के समधी राजू मदान ने हाईकोर्ट में एंटीसिपेट्री बेल याचिका दाखिल की है। 28 जुलाई को सुनवाई तय है, हाईकोर्ट ने विजिलेंस को नोटिस जारी किया है। एडिशनल सेशन कोर्ट से उनकी बेल पहले ही रिजेक्ट हो चुकी है।
दूसरी ओर, विधायक रमन अरोड़ा भी अपनी रेगुलर बेल के लिए हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं।
28 जुलाई को स्थानीय कोर्ट में भी सुनवाई होगी, जहां हरप्रीत कौर और महेश मखीजा को चार्जशीट की कॉपी सौंपी जाएगी।