घरेलू नौकर होने का नाटक करके लोगों के घरों में करते थे प्रवेश ….
पब्लिक अपडेट ( काजल तिवारी ) -: पठानकोट से बड़ी ख़बर सामने आ रही पुलिस ने एक कुख्यात नेपाली गिरोह का सफलतापूर्वक पर्दाफाश किया है जो अनोखे तरीके से काम करता था। ये गिरोह आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने से पहले पेशेवर रसोइया या घरेलू नौकर होने का नाटक करके लोगों के घरों में प्रवेश करते थे और घर के लोगों को बेहोश करके वहां से कीमती सामान और पैसा लूटकर भाग जाते थे। इस नेपाली गैंग का संचालन कई राज्यों तक फैला हुआ है।
आपको बता दे की मास्टरमाइंड की पहचान हिकमत खड़का निवासी गांव गाओ फुलवारी, जिला कालीली नेपाल और उसके साथी धर्म राज बोहरा गांव धनगरी, जिला कालीली नेपाल के रूप में हुई है। जिसे अलग-अलग इलाकों में विस्तृत जांच के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश और नेपाल समेत विभिन्न क्षेत्रों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमल प्रीत सिंह खख ने मीडिया को आगे जानकारी देते हुए कहा कि मधु सूदन ने पुलिस को शिकायत कि थी कि उनके दोस्त का आवास गिरोह के व्यवस्थित दृष्टिकोण का शिकार हो गया है। 13.05.2023 की रात के दौरान गिरोह के रसोइये हरीश रुकाया ने मुनीश पुद्दार के आवास पर हमला करने की योजना बनाई, जो अस्थायी रूप से विदेश में था।
गिरोह ने सफलतापूर्वक घर के सदस्यों को बेहोश कर दिया और नकदी, सोने के गहने और एक लाइसेंसी पिस्तौल लेकर भाग गए थे। इस डकैती में इंस्पेक्टर राजेश हस्तिर के नेतृत्व में एक विशेष टीम सी.आई. स्टाफ की देखरेख में इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर, मुख्य अधिकारी पुलिस स्टेशन डिवीजन नंबर 1, तकनीकी और साइबर विशेषज्ञ उप-निरीक्षक मोहित टाक और एस.आई. साहिल पठानिया शामिल थे। जिसकी निगरानी डी.एस.पी. सिटी लखविंदर सिंह रंधावा ने की है। मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना डिवीजन नंबर 1 में धारा 457, 381, 328, 427, 120-बी आई.पी.सी. के तहत एफ.आई.आर. नंबर 43 दिनांक 14.05.2023 दर्ज करके जांच शुरू की गई थी।
सी.सी.टी.वी. फुटेज की जांच के बाद अहम सुराग सामने आए, पुलिस अधिकारियों को आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी नंबर डी.एल-1 जेड़ डी-2671 मॉडल स्विफ्ट के बारे में पता चला जिसकी मदद से पुलिस पार्टी ने उचित ट्रैकिंग प्रक्रिया के माध्यम से हरीश रुकैया सहित आरोपियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।