पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है. भारत लगातार पाकिस्तान पर एक्शन ले रहा है, लेकिन इस बीच उसने एक पाकिस्तानी शख्स पर रहम दिखाया है. भारत की वजह से ये शख्स अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रह पाएगा.
पाकिस्तानी वीजा पर भारत में रह रहे लोगों के वापस जाने की डेडलाइन खत्म हो गई है. पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानियों का वीजा रद्द कर दिया था. मोदी सरकार ने 23 अप्रैल को आदेश जारी किया था कि भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को वापस जाना होगा. इस ऑर्डर के बाद से ही अटारी बॉर्डर पर लोगों का तांता लग गया. हालांकि कुछ लोगों ऐसे भी हैं जिन्हें मानवीय आधार पर भारत में रुकने की इजाजत मिल गई है. उन्हीं में से एक है आंध्र प्रदेश का एक कपल.
कैसे मिली राहत?
आंध्र प्रदेश सरकार ने इस पाकिस्तानी परिवार को अगले आदेश तक भारत में रहने की राहत दी है. विशाखापत्तनम के पुलिस आयुक्त शंखभद्र बागची को एक परिवार से एक लेटर मिला था, जिसमें पति पाकिस्तान से है और उसकी पत्नी विशाखापत्तनम से. ये कपल अपने बेटे का इलाज कराने के लिए शहर में था.
उन्होंने पुलिस आयुक्त को यह भी बताया कि उन्होंने अपने वीजा को दीर्घकालिक वीजा में परिवर्तित करने के लिए आवेदन किया है, जिस पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है. उनकी याचिका पर तुरंत कार्रवाई करते हुए बागची ने हैदराबाद में फोरेंसिक क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के उच्च अधिकारियों से संपर्क किया और उनके बेटे के इलाज तक उनके वीजा को अस्थायी रूप से बढ़ा दिया. दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में पिता और बड़ा बेटा पाकिस्तानी नागरिक हैं, जबकि मां और छोटा बेटा भारत के नागरिक हैं.
राज्य में थे 21 पाकिस्तानी
बता दें कि भारत सरकार के आदेश के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य में 21 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की थी, जो शॉर्ट टर्म वीजा पर रह रहे थे. इनसे तुरंत भारत छोड़ने को कहा गया था.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने राज्य में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान के लिए ऑपरेशन चलाया. इस दौरान पुलिस को अन्नामय्या जिले में पांच, विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा, काकीनाडा, श्री सत्य साईं और अनंतपुर जिलों में दो-दो और कृष्णा, नेल्लोर, कुरनूल, नंदयाल, कडप्पा और राजमहेंद्रवरम जिलों में एक-एक व्यक्ति मिला. ऑपरेशन के दौरान यह भी पता चला कि 21 पाकिस्तानी नागरिकों में से कुछ ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी किया था.
कितने पाकिस्तान भेजे गए?
कल यानी बुधवार तक जो आंकड़े सामने आए थे उसके मुताबिक, 786 पाकिस्तान भारत से वापस गए हैं. इसके अलावा 24 अप्रैल से अब तक पंजाब से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए पाकिस्तान से भारत में कुल 1,465 भारतीय आए हैं, जिनमें 25 राजनयिक और अधिकारी शामिल हैं. इसके अतिरिक्त दीर्घकालिक भारतीय वीजा धारक 151 पाकिस्तानी नागरिक भी भारत आए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि 29 अप्रैल को 10 राजनयिकों समेत कुल 94 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा के जरिए से भारत से चले गए. उनके मुताबिक, 28 अप्रैल को 36 राजनयिकों, उनके आश्रितों और सहायक कर्मचारियों समेत 145 पाकिस्तानी चले गए तथा 27 अप्रैल को नौ राजनयिकों और अधिकारियों समेत कुल 237 पाकिस्तानी भारत से चले गए और 26 अप्रैल को 81, 25 अप्रैल को 191 और 24 अप्रैल को 28 पाकिस्तानी भारत से चले गए.
पाकिस्तानी वीजा पर आठ भारतीय नागरिक भी 29 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय सीमा क्रॉसिंग बिंदु के जरिए भारत से चले गए. अधिकारियों ने बताया कि इसी प्रकार, 29 अप्रैल को 11 राजनयिकों और अधिकारियों सहित कुल 469 भारतीय उसी मार्ग से पाकिस्तान से लौट आए, 28 अप्रैल को 146 भारतीय लौटे, 27 अप्रैल को एक राजनयिक सहित 116 भारतीय लौटे, 26 अप्रैल को 13 राजनयिकों और अधिकारियों सहित 342 भारतीय वापस आए, 25 अप्रैल को 287 तथा 24 अप्रैल को 105 भारतीय वापस लौटे.
दीर्घकालिक भारतीय वीजा पर 29 अप्रैल को कुल 22 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से देश में आए तथा 28 अप्रैल को इसी श्रेणी का वीजा रखने वाले 129 और पाकिस्तानी भारत आए.