जालंधर (Public Updates TV): बिना टेस्ट दिए विदेश में बैठे छात्र के नाम पर ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने का मामला अब गहराता जा रहा है। जांच में खुलासा हुआ कि एप्लीकेंट मार्च से यूरोप में स्टडी वीजा पर था, जबकि उसका मोबाइल नंबर राजस्थान से अपडेट किया गया था।

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सहायक आरटीओ विशाल गोयल ने मंगलवार को ट्रैक पर पहुंचकर दो घंटे तक कर्मचारियों से पूछताछ की और हेड ऑफिस चंडीगढ़ से पूरा डेटा मांगा है। जांच में पता चला कि टेस्ट ट्रैक की पुरानी सीसीटीवी रिकॉर्डिंग डिलीट हो चुकी है, अब एनआईसी से वीडियो और आईडी लॉग डिटेल्स मांगी गई हैं।
शिकायतकर्ता संजय सहगल ने जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरोपी अधिकारी पर ही जांच सौंपना गलत है। फिलहाल विभाग में इस फर्जीवाड़े को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।
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