लुधियाना (Public Updates TV): मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब में फेसलेस RTO सर्विस की शुरुआत करते हुए सभी RTO दफ्तरों पर ताले लगा दिए हैं। अब नागरिक परिवहन विभाग से जुड़ी सभी सेवाएं या तो 1076 पर कॉल करके घर बैठे ले सकेंगे या फिर सेवा केंद्र जाकर प्राप्त कर सकेंगे।
हालांकि इस नई व्यवस्था के साथ अब हर आवेदक को सेवा केंद्र की फीस, सोसाइटी फीस और सरकारी फीस—तीनों देनी होंगी। जो लोग घर पर सेवा केंद्र प्रतिनिधि बुलाएंगे, उन्हें 50 रुपए अतिरिक्त चार्ज देना होगा।
पहले जो लोग खुद RTO दफ्तर जाकर काम करते थे, उन्हें कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता था, पर अब सभी आवेदन सेवा केंद्रों के माध्यम से ही स्वीकार किए जाएंगे।
सोसाइटी फीस रहेगी जारी
पहले RTO कार्यालयों में काम करने वाले कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को वेतन देने के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग सोसाइटी फीस वसूलता था। अब सारा काम सेवा केंद्रों को सौंपने के बाद भी यह फीस जनता से वसूली जाएगी। यानी अब नागरिकों को दोनों तरह की फीसें अलग-अलग देनी होंगी।

दलाली खत्म करने का दावा
ट्रांसपोर्ट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि फेसलेस सिस्टम का उद्देश्य दलालों से मुक्ति और पारदर्शिता लाना है। उन्होंने कहा कि सेवा केंद्रों की फीस बहुत कम है और लोग इसे देने के लिए तैयार हैं, हालांकि सोसाइटी फीस को लेकर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

दस्तावेजों का अब अनिवार्य सत्यापन
नई व्यवस्था के तहत सेवा केंद्र कर्मचारी को आवेदक के मूल दस्तावेज देखकर अपलोड करना होगा। साथ ही एक Self Declaration भी देना होगा। आवेदन सीधे RTO क्लर्क की आईडी पर जाएगा, जहाँ जांच के बाद अधिकारी उसे मंज़ूर करेंगे।
लोगों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क
नागरिकों को नई प्रक्रिया समझाने के लिए हर जिले में 15 दिनों तक हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी।
👉 संक्षेप में:
पंजाब में RTO सेवाएं अब पूरी तरह फेसलेस और डिजिटल हो गई हैं। सरकार इसे पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम बता रही है, लेकिन बढ़ी हुई फीस से आम नागरिक की जेब पर बोझ बढ़ना तय है।

