भटिंडा (Public Updates TV): पंजाब के भटिंडा से एक ऐसी हृदयविदारक घटना सामने आई है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। एक व्यक्ति की पत्नी की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। जब उसने पत्नी का शव मांगा, तो अस्पताल प्रशासन ने साफ कह दिया — “पहले बिल जमा करो, तब ही बॉडी मिलेगी।”

गरीब पति के पास तुरंत पैसे नहीं थे। वह अस्पताल के बाहर टूट चुका था, आंखों से आंसू बह रहे थे। कुछ देर बाद वह घर भागा, और रुपये के बंडल लेकर लौट आया। बिलखते हुए अस्पताल स्टाफ के सामने बोला — “पैसे लेलो, अब मेरी बीवी दे दो।”
यह दृश्य देख वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं, लेकिन अस्पताल प्रशासन का दिल नहीं पसीजा।
यह घटना न केवल मानवता को झकझोरती है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य तंत्र की क्रूर सच्चाई को भी उजागर करती है। अस्पताल जहां जीवन बचाने के प्रतीक माने जाते हैं, वहीं अब कई जगह लाभ का केंद्र बन गए हैं, जहां मरीजों की जान से ज्यादा बिलों का भुगतान अहम हो गया है।
स्थानीय लोगों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। यह मामला स्वास्थ्य विभाग और सरकार दोनों के लिए एक बड़ा सवाल छोड़ता है — क्या गरीबों की जान की कोई कीमत नहीं रह गई?

