जालंधर/चंडीगढ़ (Public Updates TV): जालंधर के बहुचर्चित भ्रष्टाचार केस में बड़ा मोड़ आया है। विजिलेंस विभाग के डीएसपी अरमिंदर सिंह को अचानक सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई विधायक रमन अरोड़ा से जुड़े केस में हुई है।
दिलचस्प बात यह है कि डीएसपी अरमिंदर वही अधिकारी हैं जिन्होंने हाल ही में विधायक की बहू साक्षी अरोड़ा को समन भेजा था, और समन जारी होने के अगले ही दिन उनका सस्पेंशन आदेश जारी कर दिया गया।
हालांकि विभाग ने सस्पेंशन का कारण “ड्यूटी में लापरवाही” बताया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह कदम सीधे तौर पर अरोड़ा परिवार से जुड़ी विजिलेंस जांच के चलते लिया गया है। इस कार्रवाई के बाद विभागीय हलकों में हड़कंप मच गया है। डीएसपी अरमिंदर को अब अमृतसर की पीएपी 9वीं बटालियन में तैनात किया गया है।
इस पूरे मामले में आज (8 अक्टूबर) कोर्ट में अहम सुनवाई होने जा रही है, जिसे लेकर प्रशासन से लेकर राजनीतिक हलकों तक में चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि अदालत में डीएसपी के सस्पेंशन, विजिलेंस जांच की दिशा और विभागीय दखल पर कई गंभीर सवाल उठ सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, विजिलेंस टीम को जांच के दौरान विधायक रमन अरोड़ा के साढ़ू राजन कपूर के बेटे हितेश कपूर और बहू साक्षी अरोड़ा की फर्म ‘श्री श्याम टेक्सटाइल्स’ में संदिग्ध लेनदेन के सबूत मिले थे। यह फर्म 2021 में शुरू हुई थी और महज तीन साल में इसका टर्नओवर 4.42 करोड़ से बढ़कर 7.39 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।
विजिलेंस को 2021 से 2025 के बीच मदान कार्ड्स, जगदंबे फैशन और श्री श्याम टेक्सटाइल्स जैसी कंपनियों में करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन का पता चला है। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि विधायक की पत्नी के खाते में कारोबारी महेश कालड़ा द्वारा 15 लाख रुपए जमा कराए गए थे।
इन्हीं वित्तीय लेनदेन की गहराई से जांच करने और दस्तावेज़ी साक्ष्य जुटाने के लिए साक्षी अरोड़ा को समन भेजा गया था। लेकिन इस कार्रवाई के ठीक अगले दिन डीएसपी अरमिंदर सिंह को पद से हटा दिया गया।
डीएसपी का सस्पेंशन और विजिलेंस जांच की रफ्तार में अचानक आई रुकावट इस पूरे केस को और संवेदनशील व विवादास्पद बना रही है। अब सबकी निगाहें अदालत की आज होने वाली सुनवाई पर हैं, जो इस केस की दिशा तय कर सकती है।