रोजाना भास्कर (चंडीगढ़): पंजाब की मान सरकार ने बुधवार को स्थानीय निकाय विभाग में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 171 अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों के तबादले कर दिए हैं। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं। फेरबदल का असर जालंधर, लुधियाना, पटियाला और अमृतसर के नगर निगमों के साथ-साथ राज्य के इंप्रूवमेंट ट्रस्टों पर भी साफ दिखाई दे रहा है।
जालंधर नगर निगम में वर्षों से जमे अधिकारियों को हटाकर बिल्डिंग ब्रांच में खासतौर पर बड़े बदलाव किए गए हैं। इस फेरबदल की सबसे बड़ी खबर एमटीपी मेहरबान सिंह और एटीपी विकास दुआ की वापसी को लेकर है।
करीब तीन साल पहले एक स्थानीय नेता से विवाद के चलते इन दोनों अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था। अब उन्हें दोबारा जालंधर नगर निगम में तैनाती दे दी गई है।
जहां एमटीपी मेहरबान सिंह की कुछ समय पहले ही वापसी हो चुकी थी, वहीं अब विकास दुआ की भी नियुक्ति कर दी गई है। इसके विपरीत, जालंधर में तैनात दो महिला एटीपी का तबादला अन्य जिलों में कर दिया गया है।
इस प्रशासनिक बदलाव को लेकर विभागीय सूत्रों का कहना है कि यह कदम शहरी विकास कार्यों में पारदर्शिता, जवाबदेही और नई ऊर्जा लाने के उद्देश्य से उठाया गया है। स्थानीय स्तर पर इस फेरबदल को लेकर कर्मचारियों और नेताओं के बीच चर्चा तेज हो गई है।