जालंधर/चंडीगढ़ (Public Updates TV): आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर मामले में अब ट्रायल की राह साफ हो गई है। विजिलेंस ने अदालत में स्टेटस रिपोर्ट फाइल कर दी है और विधानसभा स्पीकर से अभियोजन की अनुमति (प्रॉसीक्यूशन सेंक्शन) भी प्राप्त कर ली है। अब केस की अगली सुनवाई 8 अक्टूबर को होगी, जिसमें विधिवत ट्रायल की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गौरतलब है कि इस केस में सबसे पहले 4 मई को एटीपी सुखदेव वशिष्ठ की गिरफ्तारी हुई थी। उसके इकबालिया बयान के आधार पर 23 मई को विधायक रमन अरोड़ा को भी उनके जालंधर स्थित घर से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान उनके बेटे राजन अरोड़ा, समधी राजू मदान और आढ़ती महेश मखीजा को भी मामले में नामजद किया गया। कुछ आरोपियों को हाईकोर्ट से राहत मिल चुकी है, जबकि मखीजा, एटीपी वशिष्ठ और निगम इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर अब बेल पर बाहर हैं।
वहीं, विधायक अरोड़ा ने हाईकोर्ट में गिरफ्तारी को चुनौती दी है और इसे राजनीतिक साजिश बताया है। उनका कहना है कि पार्टी के भीतर मतभेद के कारण उन्हें पद छोड़ने का दबाव दिया जा रहा है और यह कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण है।
भ्रष्टाचार केस में ट्रायल शुरू होने से न सिर्फ अरोड़ा की मुश्किलें बढ़ गई हैं, बल्कि दोष सिद्ध होने पर उनकी विधानसभा सदस्यता भी जा सकती है।