जालंधर (Public Updates TV): जबरन वसूली के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को बुधवार को रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं ताकि मीडिया से दूरी बनाए रखी जा सके।
इस बीच, पुलिस ने विधायक के कथित वसूली नेटवर्क को तोड़ने के लिए फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है। शहर में सक्रिय लॉटरी कारोबारियों और स्पा सेंटर संचालकों से रमन अरोड़ा के संबंधों की जांच की जा रही है। कॉल डिटेल्स और मोबाइल टावर लोकेशन के जरिए कनेक्शन साबित करने की कोशिश की जा रही है।
छह दिन बाद भरा बेल बॉन्ड, लेकिन नया मामला बना रिमांड की वजह
करप्शन केस में हाईकोर्ट से 3 सितंबर को जमानत मिलने के बावजूद रमन अरोड़ा अभी जेल से बाहर नहीं आ सके। वजह ये रही कि जमानत के बाद उन पर एक नया वसूली का मामला दर्ज हो गया। मंगलवार को उनका एक लाख रुपए का बेल बॉन्ड भरा गया, जबकि उन्हें 23 मई को विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
‘वसूली सिंडिकेट’ के पीछे बड़ा नेटवर्क, पुलिस जुटा रही सबूत
इस केस के पीछे रमेश कुमार नाम के शख्स का नाम सामने आया है, जो पिछले दो दशकों से बिना रोक-टोक गैस और तेल चोरी का नेटवर्क चला रहा था। बताया जाता है कि उसकी सत्ता में बैठे दलालों और पुलिस से भी ‘सेटिंग’ थी। रमेश के तार 2022 में रमन अरोड़ा के विधायक बनने के बाद एक बड़े अधिकारी के जरिए जुड़ गए थे।
पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ सबूत जुटा रही है ताकि उन्हें भी केस में नामजद किया जा सके।