होशियारपुर/तलवाड़ा (Public Updates TV): पंजाब और हिमाचल प्रदेश के निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है, क्योंकि पौंग डैम से लगातार छठे दिन भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। आज डैम से कुल 55,904 क्यूसिक पानी शाह नहर बैराज की ओर छोड़ा गया, जिससे ब्यास नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है।
पौंग डैम के पावर हाउस की 6 टर्बाइनों के जरिए 17,849 क्यूसिक और स्पिलवे के 6 गेट्स से 38,055 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। इस स्थिति ने गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर और तरनतारन जिलों के साथ-साथ हिमाचल के कांगड़ा जिले की तहसील इन्दौरा के निवासियों की चिंता बढ़ा दी है।
किसानों को भारी नुकसान की आशंका
क्षेत्र के किसान नेता अमरजीत सिंह ढाडेकटवाल ने बताया कि निचले इलाकों में बसे किसानों की गन्ने और धान की फसलें बाढ़ के पानी से तबाह होने की कगार पर हैं। उन्होंने मांग की कि बीबीएमबी प्रशासन यह स्पष्ट करे कि डैम का जलस्तर कितना रखा जाना है और पानी छोड़ने की प्रक्रिया कब तक जारी रहेगी।
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
जिला प्रशासन ने सभी निवासियों से ब्यास नदी के किनारे न जाने की अपील की है और कहा है कि सरकारी चेतावनियों का पालन करें। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, आपदा प्रबंधन टीमें हाई अलर्ट पर हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
ताजा आंकड़े
पौंग डैम में आज शाम 6 बजे तक पानी की आमद 36,191 क्यूसिक दर्ज की गई।
डैम का जलस्तर 1375.72 फीट तक पहुंच गया है।
शाह नहर बैराज से 44,179 क्यूसिक पानी ब्यास दरिया में और 11,500 क्यूसिक पानी मुकेरियां हाईडल नहर में छोड़ा गया है।
स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है और प्रशासन पूरी निगरानी में जुटा हुआ है। स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और प्रशासन के संपर्क में बने रहने की अपील की गई है।