जालंधर/लुधियाना/चंडीगढ़ (Public Updates TV): लुधियाना उपचुनाव में मिली हार के बाद पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह एक बार फिर सतह पर आ गई है। जालंधर कैंट से विधायक और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान परगट सिंह ने पार्टी के राज्य उपाध्यक्ष (मीत प्रधान) पद से इस्तीफा दे दिया है।
उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों उर्फ किक्की ढिल्लों ने भी उपप्रधान पद छोड़ दिया है।
दोनों नेताओं ने अपना इस्तीफा कांग्रेस आलाकमान को भेजा है। जानकारी के मुताबिक, किक्की ढिल्लों इस समय ऑस्ट्रेलिया में हैं, जबकि परगट सिंह जालंधर में मौजूद हैं।
आशु के समर्थन में इस्तीफा
सूत्रों के अनुसार, यह फैसला भारत भूषण आशु के समर्थन में लिया गया है, जिन्होंने लुधियाना उपचुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद आशु ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग और सिमरजीत बैंस पर भी अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा था।
पार्टी में बढ़ती गुटबाजी
2022 के विधानसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस तरह खुलकर नेतृत्व के खिलाफ सामने आए हैं। इस्तीफों ने पार्टी के भीतर गहराते मतभेद और असंतोष को उजागर कर दिया है।
अब सबकी नजरें कांग्रेस हाईकमान पर हैं कि वह इस असंतोष को कैसे संभालेगा और क्या कोई बड़ा संगठनात्मक बदलाव हो ने जा रहा है।