चंडीगढ़/नई दिल्ली। पंजाब में चुनावी माहौल के बीच ‘सिंदूर’ पर सियासत ने जोर पकड़ लिया है। बीजेपी द्वारा ‘घर-घर सिंदूर भेजने’ की बात पर सीएम भगवंत मान और कांग्रेस नेता राजा वड़िंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
सीएम भगवंत मान का सवाल: क्या यह ‘वन नेशन, वन हसबैंड स्कीम’ है?
कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम भगवंत मान ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, “अब सिंदूर भेजेंगे घर-घर? जब आपके घर सिंदूर आएगा तो क्या आप कहेंगे कि लो, किसी और के नाम का सिंदूर लगा लो? क्या ये ‘वन नेशन, वन हसबैंड’ स्कीम है?” उन्होंने इसे महिलाओं की भावनाओं और परंपराओं के साथ खिलवाड़ बताया।
राजा वड़िंग ने चेताया: महिलाएं सिंदूर लेकर आए बीजेपी नेताओं को पीटेंगी
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने बीजेपी को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “सिंदूर का अधिकार सिर्फ महिला के पति को होता है। पंजाब की महिलाएं हैं, बीजेपी वाले घर-घर सिंदूर लेकर गए तो पीटेंगी।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के कुछ नेता सिंदूर के नाम पर “राजनीतिक दुकानदारी” चला रहे हैं।
बीजेपी की सफाई: सीएम ने हिंदू परंपराओं का मजाक उड़ाया
इस विवाद पर पंजाब बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता विनीत जोशी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा “सीएम भगवंत मान ने अपने बयान से उन हिंदू महिलाओं का मजाक बनाया है, जो सिंदूर में आस्था रखती हैं। यह पूरी तरह अनुचित और आस्था का अपमान है।”
कैसे शुरू हुआ सिंदूर विवाद?
इस विवाद की शुरुआत लुधियाना से हुई, जहां बीजेपी उम्मीदवार जीवन गुप्ता के नामांकन के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र हुआ। कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी नेता रवनीत बिट्टू ने लोगों से इस अभियान के नाम पर वोट मांगे।
गौरतलब है कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में छिपे आतंकियों को मारने के लिए किया गया एक विशेष मिशन था, जिसमें बताया जाता है कि केवल महिलाओं के पतियों को निशाना बनाया गया था।